हिमाचल प्रदेश के पहाड़ों में निर्माणाधीन या फिर निर्मित हो चुके फोरलेन बड़ी चिंता का विषय बने हुए हैं। प्रदेश में फोरलेन के निर्माण पर प्रश्नचिह्न खड़े हो गए हैं। शिमला पहुंचने की बात हो या फिर मनाली, हर जगह फोरलेन टुटे हुए हैं। हालत ये है कि कुल्लू जिला के लिए मुख्य मार्ग से संपर्क पूरी तरह से कटा हुआ है। 9 मील, पंडोह कैंची मोड़, जलोगी, दबाढ़ा और औट शनि मंदिर तक वाहनों के लिए आवाजाही दोबारा शुरू होने में महीनों लगेंगे। संपर्क सड़क मार्ग ही कुल्लू व लाहुल-स्पीति तक जीवन रेखा का काम कर रहे हैं।
किरतपुर से बिलासपुर तक फोरलेन पर महेला, थापटा, समलेटु व मंडी भराड़ी पुल के आसपास का क्षेत्र भी सिर दर्द पैदा कर रहे हैं। परवाणू से शिमला के लिए दस किलोमीटर चलने पर ही चक्की मोड़ जब कभी घंटों बाधित रहता है। प्रदेश के निर्मित फोरलेन के अधिकांश हिस्सों में दो लेन से ही वाहन चल रहे हैं। पहाड़ी की ओर के दो लेन पर जगह-जगह मलबा आया हुआ है। कई जगह सीमेंट के डंगे भी जंमीजोद हुए हैं। प्रदेश में विकास को आगे बढ़ाने के लिए फोरलेन का निर्माण किया जा रहा है। लेकिन वर्ष 2023 से अभी तक हुई भारी वर्षा, भूस्खलन और बाढ़ की घटनाओं ने फोरलेन के निर्माण पर प्रश्नचिह्न खड़े कर दिए हैं। फोरलेन बनने से कई क्षेत्रों में लोगों की दिक्कत बढ़ गई है।
यहां तक कि केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने भी कीरतपुर-मनाली फोरलेन की नेरचौक-मनाली के भाग की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट पर प्रश्न उठाए हैं। फिक्की के कार्यक्रम के प्रसारित वीडियो में गडकरी ने कहा कि निजी एजेंसी ने घर में बैठकर गूगल पर डीपीआर बना दी। हिमाचल के पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह तो फोरलेन निर्माण के मामले में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के एक अधिकारी के साथ भी भिड़ गए थे।
अनिरूद्ध सिंह ने कटिंग संबंधी प्रश्न उठाए थे
ढली के समीप एक भवन के गिरने पर प्रदेश सरकार के पंचायतीराज एवं ग्रामीण विकास मंत्री अनिरूद्ध सिंह ने फोरलेन निर्माण के लिए हो रही कटिंग पर प्रश्न चिन्ह खड़े किए थे। उनका कहना था कि एनएचएआइ के अधिकारी फोरलेन निर्माण के नाम पर 90 डिग्री ढलान पर कटिंग कर रहे हैं, जोकि भू-विज्ञान के तौर पर भी उचित नहीं है। ऐसा करने से लोगों के मकान, खेत, बगीचे ढहे। प्रदेश भर से अनिरूद्ध सिंह को 380 शिकायतें लिखित, मोबाइल फोन के माध्यम से प्राप्त हुई।