मुख्यमंत्री ने हिमाचल प्रदेश में झूठ की दुकान खोल रखी है

0
पूर्व निर्दलीय विधायक एवं भाजपा के हमीरपुर से प्रत्याशी आशीष शर्मा पुलिस थाना बालूगंज पहुंचे जहां उनसे पुलिस से सवाल जवाब किए इस मौके पर उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा मुझे पुलिस ने बुलाया और मैं आय, जितने भी जवाब हो पुलिस वालों ने मांगी है वह मैंने दिए। हमने पुलिस प्रशासन से निवेदन किया है कि सवाल-जवाब के लिए हमें 10 जुलाई के बाद बुलाया जाए क्योंकि अभी चुनाव चल रहे हैं और एक-एक मिनट महत्वपूर्ण है। इससे चुनाव के समय की बरबादी होती है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान कांग्रेस सरकार लगातार प्रताड़ना कर रही है और अनेकों झूठी एफआईआर बना रही है, नेताओ को परेशान किया जा रहा है उनके परिवार, साथियों और साथ के लोगों को परेशान किया जा रहा है। यह सरकार सत्ता का दुरुपयोग कर रही है और लोकतंत्र की हत्या भी कर रही है।
लोकतंत्र का एक बड़ा उदाहरण सामने आया है, जहां डॉक्टर राजेश को 9 घंटे तक बंधक बनाकर रखा गया, उसके उपरांत उन पर दबाव डाला गया जिसके कारण वह अपने बयानों से पलट गए। हम दावा करते हैं कि हमीरपुर और कांगड़ा में सबसे बड़ा खनन माफिया अगर कोई है तो मुख्यमंत्री के सगे भाई है, मुख्यमंत्री अनेकों भ्रष्टाचार के मामलों में सम्मिलित है। हम उनसे सीधा पूछना चाहते हैं कि ऐसी क्या नौबत आ गई की दिसंबर 2022 में यह सरकार बनी और फरवरी 2023 में माइनिंग पॉलिसी बदली गई यह पॉलिसी केवल अपने सगे भाई को फायदा पहुंचाने के लिए बदली गई थी। कैप्टिव क्लास को इस बदलाव में डाला गया था। वर्तमान समय में भी खनन पर कोई पूछ नहीं है, बस सीएम की मित्रमंडली ने पैसा कमाने पर जोर दिया है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here