मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने दिल्ली दौरे से लौटने के बाद 9 फरवरी को मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई है। बैठक में विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन राज्यपाल की तरफ से दिए जाने वाले अभिभाषण को मंजूरी मिलेगी। राज्यपाल के अभिभाषण में वर्तमान सरकार के 1 वर्ष की उपलब्धियों का विशेष तौर पर उल्लेख किया जाएगा। इसमें मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना, हरित ऊर्जा, स्टार्टअप योजना और प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में सरकार की तरफ से तय की गई दिशा की झलक देखने को मिलेगी।
विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण के बाद इस पर चर्चा आरंभ होगी। चर्चा में पक्ष-विपक्ष के विधायक हिस्सा लेंगे। इसमें सत्तापक्ष जहां राज्यपाल के अभिभाषण को आधार मुख्यमंत्री के एक साल के कार्यकाल की प्रशंसा करेगा तो वहीं, विपक्ष सरकार की नाकामियों को प्रदेश की जनता के सामने लाने का प्रयास करेगा। बाद में सदन के नेता एवं मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू राज्यपाल अभिभाषण पर हुई चर्चा का उत्तर देंगे। राज्यपाल के अभिभाषण को सरकार की तरफ से अंतिम रुप दे दिया गया है। इसके अलावा मुख्यमंत्री के निर्देश पर वित्त एवं योजना विभाग वित्तीय वर्ष, 2024-25 के बजट की तैयारियों में जुट गया है।
बजट की तैयारियों को लेकर अधिकारी एवं कर्मचारी अवकाश के दिन भी कार्यालय पहुंच रहे हैं। जैसे ही अधिकारी व कर्मचारियों की टीम बजट के प्रारुप को अंतिम रुप देंगे, उसके बाद मुख्यमंत्री इसको लेकर अधिकारियों से मंत्रणा करेंगे। मुख्यमंत्री के इस बजट में हिमाचल प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए पहले से चल रही योजनाओं को आगे बढ़ाने के अलावा अन्य योजनाओं को जोड़ा जा सकता है।
मंत्रिमंडल की नौ फरवरी को होने वाली बैठक में जेओआईटी परीक्षा परिणाम घोषित करने का विषय भी चर्चा के लिए आ सकता है। मुख्यमंत्री ने इस विषय को शिक्षा मंत्री और विधि विशेषज्ञों से चर्चा के बाद फिर से मंत्रिमंडल बैठक में लाए जाने की बात कही थी। इसके अतिरिक्त लोकसभा चुनाव से पहले यदि सरकार विभिन्न विभागों में खाली पदों को भरने की दिशा में आगे बढ़ती है, तो उसके ऊपर भी मुहर लग सकती है।