मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने वित्त विभाग के अधिकारियों के साथ अगले वित्त वर्ष के बजट की तैयारियों को लेकर बैठक की। सचिवालय में आयोजित बैठक में उन्होंने अधिकारियों से पूछा कि आगामी बजट की तैयारियां क्या है। इस संबंध में अधिकारियों ने अवगत करवाया कि सभी विभागों के साथ प्रारंभिक बजट प्रस्ताव ले लिए हैं।
एक माह से अधिक समय तक प्रत्येक विभाग के अधिकारियों से वर्तमान बजट के बारे में जानकारी ली गई, कितना बजट अभी तक खर्च किया जा चुका है। विभागों से प्राप्त हुए वित्तीय प्रस्तावों को छंटनी करने में एक माह तक का समय लग सकता है। प्रदेश सरकार के सबसे बड़े विभाग लोक निर्माण, जल शक्ति, शिक्षा और स्वास्थ्य की ओर से अधिक बजट निर्धारण किए जाने के सुझाव प्राप्त हुए हैं।
पिछले दिनों विभागीय बैठकों के दौरान अधिक बजट की मांग करने वाले विभाग साल के अंत में खर्च नहीं किए जा सकने वाले बजट के बारे में कोई तर्कसंगत उत्तर नहीं दे पाए।