एक माह पूर्व लगातार बारिश के बाद भूस्खलन, बादल फटने और अचानक आई बाढ़ ने राज्य के समक्ष चुनौतियों का पहाड़ खड़ा कर दिया। राज्य में ऐसी विकट स्थिति से निपटने के लिए अप्रत्याशित प्रतिक्रिया की आवश्यकता थी।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने स्थिति की गंभीरता के अनुरूप कार्य योजना तैयार कर फंसे हुए लोगों को सुरक्षित निकालने को प्राथमिकता देते हुए पूरे आपदा प्रतिक्रिया बल, पुलिस बल, होम गार्ड, फायर ब्रिगेड, जिला प्रशासन और जनता के प्रतिनिधियों को बचाव कार्य के लिए तैनात कर दिया। उन्होंने स्वयं दिन-रात स्थिति पर नजर बनाए रखी।
आपदा भरे अगले कुछ दिन संकट के मध्य बचाव दलों के अदमनीय साहस के गवाह बने। बचाव अभियान के नायकों ने एक सप्ताह से भी कम समय में लगभग 75,000 पर्यटकों को बचाने का चुनौतीपूर्ण कार्य पूर्ण कर नया इतिहास रचा।