सामाजिक सेवा सरोकार से कार्य करने वाला राज्य पथ परिवहन निगम लगातार घटे में चलता जा रहा है। निगम का घाटा कम होने के बजाए वर्ष दर वर्ष बढ़ता जा रहा है।
विधानसभा में उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने राज्य पथ परिवहन निगम की 48वीं लेखा एवं लेखा परीक्षा रिपोर्ट सदन में पेश की। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि परिवहन निगम वर्ष 2021-22 में 133 करोड़ रुपये के घाटे में था। निगम का घाटा लगातार बढ़ता जा रहा है और पिछले वित्त वर्ष की बात की जाए तो निगम का घाटा 269 करोड़ पहुंचेगा।
ये घाटा अलग-अलग वर्ष का आंका गया है। परिवहन निगम की ओर से प्रदेश के लोगों को ग्रामीण क्षेत्रों में परिवहन सेवा प्रदान की जाती है और निगम 37 तरह की सेवाएं रियायती दरों या फिर नि:श्शुल्क प्रदान करता है।