में 102 और 108 एंबुलेंस सेवाओं का संचालन करने वाली कंपनी जीवीके के साथ सरकार का करार खत्म हो जाएगा। इससे प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं चरमर्रा जाएगी। एनएचएम का कहना है कि कंपनी को दिसम्बर तक सेवाएं सुचारू रखने को कहा है। अगर कंपनी सेवाएं जारी नहीं रखती है तो जनता को खुद सेवाएं दी जाएगी।
सरकार का 102 एंबुलेस चलाने का करार 14 नवंबर तक हुआ है जबकि 108 का करार 16 नवंबर को खत्म हो जाएगा। कंपनी ने कर्मचारियों को बर्खास्तगी पत्र थमा दी है।
हिमाचल में 108 एंबुलेंस सर्विस 26 दिसंबर 2010 को शुरू की गई थी। लोगों को अस्पताल पहुंचने में दिक्कत न हो इसी को लेकर एंबुलेंस सेवा शुरू की गई। गर्भवती महिलाओं को समय पर अस्पताल पहुंचाने के लिए 102 एंबुलेंस सेवाएं उपलब्ध कराई गई है। यह 14 नवंबर 2014 को शुरू की गई। तब से लेकर अभी तक यहां पर जीवीके कंपनी इनका संचालन कर रही है। बताया जा रहा है कि बिहार की कंपनी पशुपति नाथ के सबसे कम रेट दिए हैं। जबकि जीवीके दूसरे नंबर पर रही है। अब पशुपति नाथ कंपनी के साथ सरकार का एग्रीमेंट होना है।
हिमाचल में इस समय 108 एंबुलेंस की 198, 6 बाइक एंबुलेंस, 102 की 125 एंबुलेंस चल रही है। जबकि 6 एडवांस लाइफ स्पोर्ट एंबुलेंस भी चल रही है। एक-एक एंबुलेंस प्रदेश के 6 मेडिकल कॉलेजों को दी गई है।
एनएचएम मिशन निदेशक हेमराज बैरवा ने बताया कि हिमाचल में किसी भी तरह की एंबुलेंस सेवा प्रभावित नहीं होगी। 102 एबुलेंस सेवाओं को लेकर कंपनी के साथ हुआ करार खत्म हो रहा है। उन्हें दिसम्बर तक सेवाएं सुचारू करने की बात कही गई है