हिम परिवार पोर्टल पर कामगारों के पंजीकरण में 2500 का पंजीकरण फ्राड पाया गया

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कई वर्षों से मजदूरों के हक पर डाका डाला जा रहा था। इस तरह का अवैध कार्य करने वाले हिमाचल प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कामगार कल्याण बोर्ड की योजनाओं का लाभ उठा रहे थे। वर्तमान सरकार ने पाया कि हिम परिवार पर पंजीकरण प्रक्रिया शुरू करने के बाद प्रदेश के ऊना, हमीरपुर, मंडी, कांगड़ा जिलों में 2500 मजदूर गलत तरीके से करवाए हुए बैठे थे, अभी तक हिम परिवार पर 457000 मजदूरों का पंजीकरण हो चुका है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने नरदेव कंवर को बोर्ड का अध्यक्ष करके मजदूरों को लाभ पहुंचाने के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने का जिम्मा सौंपा है।

नरदेव कंवर

बोर्ड के अध्यक्ष नरदेव कंवर का कहना है कि किस तरह से मजदूर स्वयं को पंजीकृत करवा सकता है, इस बारे में ज्ञान नहीं है। न ही ये पता है कि बोर्ड से उन्हें किस तरह के लाभ प्राप्त हो सकते हैं। उनका कहना था कि अभी तक 26 विधानसभा क्षेत्रों में जागरूकता के कार्यक्रम आयोजित हो चुके हैं। पंजीकरण प्रक्रिया के दौरान ऐसे लोग सामने आए हैं, जिन्होंने गलत ढंग से पंजीकरण किए थे। मई माह से सोलन व उसके बाद सिरमौर जिला में मजदूरों के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। बोर्ड में मनरेगा मजदूर, विधवा, एकल नारी, दिव्यांग, अपंग, मंदबुद्धि और आइटीआइ से प्रशिक्षण प्राप्त इलेक्ट्रिशियन, प्लंबर, फीटर, बैलडर, मिस्त्री, कारपेंटर, रंग रोगत करने वाले ट्रेड के लोगाें को जोड़ा जा रहा है। बोर्ड की योजनाओं का लाभ उठाने के लिए सर्वप्रथम हिम परिवार पोर्टल पर पंजीकरण करवाना अनिवार्य है।

बजट में घोषणा

सरकार ने वर्तमान वित्त वर्ष के बजट में विधवा, एकल नारी, दिव्यांगों को मकान बनाने के लिए 3 लाख रुपये की धनराशि देने का निर्णय लिया है। विधवा नारी की बेटी को पीएचडी तक की शिक्षा मुफ्त प्रदान करने का प्रविधान किया गया है। इस दौरान हास्टल का खर्च भी उठाया जाएगा।

बोर्ड का गठन

हिमाचल प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कामगार कल्याण बोर्ड का गठन 2 मार्च, 2009 को किया गया। इस का मुख्य उद्देश्य हिमाचल प्रदेश के भवन एवं अन्य सन्निर्माण कार्यों में कार्यरत समस्त कामगारों व उनके परिजनों को कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से विभिन्न सुविधाएं उपलब्ध करवाना है। प्रदेश सरकार द्वारा कामगारों के कल्याण के लिए बोर्ड के माध्यम से दो बच्चों की कक्षा एक से पीएचडी तक पढ़ाई के लिए हर साल 8400 रुपये से लेकर 1.20 लाख रुपये की सहायता राशि दी जा रही है।

पंजीकरण की प्रक्रिया

बोर्ड से जुड़ने के लिए 90 दिन की मजदूरी करना आवश्यक है। मकान निर्माण, भवन निर्माण, होटल निर्माण, सरकारी क्षेत्र में भवन निर्माण कार्य किया होना चाहिए। यदि गांव में किसी के मकान का काम किया है तो भवन मालिक, वार्ड पंच की से लिखकर लिया होना चाहिए। पंचायत प्रधान की मोहर लगी होनी चाहिए। इसी तरह से नगर निकाय, नगर निगम से पार्षद, मेयर से हस्ताक्षरित होना आवश्यक है। उसके बाद हिम परिवार पोर्टल पर बोर्ड के फार्म पर पंजीकरण होगा।

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