प्रदेश सरकार ने दूसरे की जगह परीक्षा देने के लिए दोषी पाए गए हिमाचल काडर के आईएएस अधिकारी नवीन तंवर को निलंबित करने के बाद मुख्यालय सचिवालय में कार्मिक विभाग निर्धारित किया गया है। 5 अप्रैल को निलंबित किए जाने के बाद नवीन तंवर को कार्मिक विभाग में रिपोर्ट करनी थी, लेकिन 8 दिन गुजर जाने के बाद भी नवीन तंवर ने कार्मिक विभाग को किसी प्रकार से सूचित नहीं किया है। अब कार्मिक विभाग की तरफ से नवीन तंवर के खिलाफ दो तरह की कार्रवाई शुरू की जा सकती है। इस संबंध में अगले सप्ताह आदेश जारी होंगे। पहले कदम के तहत दैनिक वेतन कटौती शुरू होगी और उसके बाद विभागीय जांच शुरू करने के आदेश जारी होंगे। इससे पहले पांच अप्रैल को निलंबन संबंधी फाइल पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के हस्ताक्षर हुए थे। जिसके पश्चात निलंबित आईएएस अधिकारी नवीन तंवर को तुरंत प्रभाव से सचिवालय में कार्मिक विभाग को व्यक्तिगत तौर पर उपस्थित होना पड़ेगा। नवीन तंवर ने निलंबित होने के बाद अभी तक न तो अवकाश के लिए आवेदन किया है और न ही लिखित तौर पर सूचित किया है।
2014 में दूसरे के स्थान पर परीक्षा देने में आरोप सिद्ध हुए थे
2019 बैच के आईएएस नवीन तंवर सीबीआई, केंद्रीय जांच ब्यूरो से आरोप सिद्ध हो चुका है। वर्ष 2014 में लिपिक परीक्षा में किसी दूसरे के स्थान पर बैठकर परीक्षा देने के मामले में नवीन तंवर सहित छह अन्य को दोषी दिया जा चुका है। सीबीआई, केंद्रीय जांच ब्यूरो की कोर्ट ने सभी छह लोगों को दोषी पाया है और तीन साल के कठोर कारावास और 50 हजार रुपये का अर्थदंड भी लगाया था।सीबीआई से जानकारी मांगी
2014 में दूसरे की जगह बैठकर लिपिक परीक्षा दी थी
9 साल पहले वर्ष 2014 में नवीन तंवर ने लिपिक परीक्षा में अभ्यार्थी के स्थान पर परीक्षा दी थी। उसके बाद वर्ष 2019 में नवीन संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा पास करने के बाद भारतीय प्रशासनिक सेवा में चयनित हुए। लेकिन किसी दूसरे की लिपिक परीक्षा देने के मामले में पिछले करीब एक साल से दूसरे की परीक्षा देने के मामले में ट्रायल चल रहा था। इस मामले में दोषी करार दिए गए नवीन तंवर पर सीबीआई ने तीन साल के कारावास के साथ 50 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया।