मंडी का हंसराज करेगा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से वर्चुअल संवाद
आजादी का अमृत महोत्सव के तहत विद्युत मंत्रालय, भारत सरकार 25 से 30 जुलाई तक उज्ज्वल भारत, उज्ज्वल भविष्य विद्युत 2047 के तहत सप्ताह भर बिजली महोत्सव आयोजित कर रहा है। इस अभियान का समापन 30 जुलाई को अपराह्न 12.30 बजे होने वाले ग्रैंड फिनाले के साथ होगा, जो देश भर में 100 स्थानों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ वर्चुअल मोड पर आयोजित किया जाएगा। प्रधानमंत्री के साथ वार्तालाप करने वाले पांच लाभार्थियों में से पहला लाभार्थी हंस राज ठाकुर हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले से है। एसजेवीएन के अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक नन्द लाल शर्मा ने बताया कि एसजेवीएन ने अब तक देश भर में कुल 85 स्थानों जिसमें हिमाचल में 21, पंजाब में 45 स्थानों, हरियाणा में 12, बिहार में 2, गुजरात में 3 स्थानों और महाराष्ट्र में एक स्थान पर बिजली महोत्सव आयोजित करने में सहयोग दिया है। इसी कड़ी में शुक्रवार को एसजेवीएन ने देश भर में कुल 21 बिजली महोत्सव आयोजित करने में सहयोग दिया। ये समारोह हिमाचल प्रदेश के छह स्थानों, पंजाब के 11 स्थानों, हरियाणा में तीन स्थानों, गुजरात में एक स्थान पर आयोजित किए गए।एसजेवीएन ने एचपीएसइबीएल और जिला प्रशासन के सहयोग से हिमाचल प्रदेश के छह स्थानों पर चंबा, धर्मशाला, किन्नौर के भावानगर में, लाहुल एवं स्पीति के उदयपुर और रंगरीक में, सिरमौर के राजगढ़ में
बिजली महोत्सव का आयोजन किया। उदयपुर में हिमाचल प्रदेश के तकनीकी शिक्षा मंत्री राम लाल मारकंडा ने समारोह की अध्यक्षता की। पंजाब में एसजेवीएन ने बीईई, बीबीएमबी, पीएसपीसीएल और पंजाब के जिला प्रशासन के साथ मिलकर 11 स्थानों जिनमें फरीदकोट में कोटकपुरा, पटियाला में समाना, रूपनगर में श्री आनंदपुर साहिब, बरनाला में तपा, गुरदासपुर में घुमन, होशियारपुर शहर, शहीद भगत सिंह नगर में करिहा, भटिंडा में तलवंडी साबो, मानसा में भीखी, श्री मुक्तसर साहिब में मलोट, तरन तारन में खदुर साहिब में बिजली महोत्सव का आयोजन किया। हरियाणा में एसजेवीएन द्वारा जिला प्रशासन के साथ तीन स्थानों कैथल में चीका, करनाल में बसल्हारा और यमुनानगर में दामला में कार्यक्रम आयोजित किए गए। गुजरात में यह कार्यक्रम एसजेवीएन द्वारा जिला प्रशासन के साथ सुरेंद्रनगर शहर में आयोजित किया गया। गत आठ वर्षों से विद्युत क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास को प्रदर्शित कर रहा है। विद्युत क्षेत्र की सफलताओं को प्रचारित करने के लिए, विभिन्न शैक्षिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम, नुक्कड़ नाटकों और लघु फिल्मों की स्क्रीनिंग का भी आयोजन