बल्क ड्रग पार्क के 50 करोड़ वित्त विभाग में अटके

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तीन सप्ताह पहले सचिवालय में उद्योग विभाग की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने ऊना जिले के हरोली में बल्क ड्रग पार्क निर्माण के लिए बनाई गई कंपनी को 50 करोड़ रुपये जारी करने का निर्णय लिया था। लेकिन अभी तक वित्त विभाग की ओर से कंपनी के बैंक खाते में यह राशि नहीं पहुंची है। पार्क के निर्माण में तेजी लाने के लिए 250 करोड़ रुपये का प्रस्ताव समीक्षा बैठक में रखा गया था। अभी तक पार्क निर्माण के लिए प्रदेश सरकार की ओर से 55.54 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं, जबकि केंद्र सरकार से 225 करोड़ रुपये मिल चुके हैं। पार्क निर्माण अगले साल 2025 में पूरा हो जाना चाहिए, लेकिन निर्माण गतिविधियां धीमी गति से चल रही हैं और ऐसे में हिमाचल सरकार ने केंद्र सरकार से एक साल का अतिरिक्त समय मांगा था। ऐसे में पार्क का निर्माण वर्ष 2026 तक पूरा करना है। पार्क निर्माण के लिए रणनीतिकार सहयोगी की तलाश में एक साल से अधिक समय गंवाने के बाद हिमाचल सरकार ने स्वयं रणनीतिकार सहयोगी बनने का निर्णय लिया था। लागत बढ़ने के बाद 2071 करोड़ रुपये से बनने वाले बल्क ड्रग पार्क में बजट की कमी आड़े आ रही है।

रणनीतिकार निवेशक नहीं मिलने पर सरकार स्वयं आगे आई

आर्थिक संकट से जूझ रही सरकार डेढ़ साल तक रणनीतिक सांझेदार तलाशती रही और निवेशक से 1000 करोड़ का निवेश चाहती थी। अंत में स्वयं हिमाचल सरकार ने रणनीति सांझेदार बनने का निर्णय लिया। 1405 एकड़ भूमि पर विकसित होने वाले बल्क ड्रग पार्क में अभी तक अधिक निर्माण कार्य नहीं हो पाया है। आरंभिक स्थिति में पार्क 1923 करोड़ में बनना था, जिसमें से केंद्र सरकार को 996.45 करोड़ देने थे और केंद्र ने 225 करोड़ दिए हैं। अभी तक प्रदेश सरकार 55.54 करोड़ जारी किए हैं।

उद्योग विभाग की समीक्षा बैठक में लिया गया था निर्णय

सचिवालय में मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में उद्योग विभाग की समीक्षा बैठक 5 अगस्त को बैठक हुई थी। पचास करोड़ की धनराशि जारी होने पर परियोजना में स्थल विकास, सड़कें, डिस्चार्ज ट्रीटमैंट संयंत्र, भाप उत्पादन, डक्टिंग सहित विभिन्न संरचनाओं का विकास कार्य किया जाना था।

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