लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की शादी 16 अप्रैल को हुई थी। शादी के बाद वह पत्नी हिमांशी के साथ पहलगाम गए थे जहां 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में बलिदान हो गए थे। आतंकियों ने पत्नी के सामने उन्हें गोली मारी थी। इस आतंकी हमले का बदला भारतीय सेना के आपरेशन सिंदूर चलाकर लिया। सेना की इस कार्रवाई पर हिमांशी ने संतुष्टि जताई और कहा कि आतंकवाद के पूरी तरह से खत्म होने तक यह आपरेशन चलाया जाना चाहिए। कहा कि जिन आतंकियों ने मासूम लोगों की जान ली, इस आपरेशन से उन लोगों को सख्त सजा मिल गई है।