राज्य हस्तशिल्प एवं हथकरघा निगम के उत्पादों की ऑनलाइन बिक्री और इन उत्पादों को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य में एक समझौता ज्ञापन दिया गया था। जिसे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की उपस्थिति में हस्ताक्षरित किया गया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कॉविड के कारण ग्रामीण कारीगरों और स्थानीय उत्पादक बहुत प्रभावित हो गए हैं। उन्होंने कहा कि इस समझौता ज्ञापन से राज्य के हस्तशिल्प और हथकरघा से जुड़े 20 हज़ार से अधिक दस्तकारों को इ-कॉमर्स प्लेटफार्म उपलब्ध होगा। इससे कारीगरों को यह लाभ होगा कि उन्हें अपने उत्पाद ऑनलाइन मार्केट के माध्यम से बेचने का अवसर मिलेगा और उत्पादों को बेहतर दाम भी मिल सकेंगे। उन्होंने कहा कि इससे हिमाचली हस्तशिल्प और हथकरघा उत्पादों की न केवल राष्ट्रीय बल्कि अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में भी उपलब्धता सुनिश्चित होगी।
जयराम ठाकुर ने कहा कि यह समझौता ज्ञापन ब्रांड हिमाचल को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रोत्साहित करने में सहायक सिद्ध होगा। इसके माध्यम से हिमाचली शिल्पकारों को अपने उत्पाद न केवल हिमाचल में बल्कि विश्वभर के लोगों को भी उपलब्ध हो सकेंगे। एक क्लिक के माध्यम से जहां हिमाचल प्रदेश के विश्व प्रसिद्ध हथकरघा और हस्तशिल्प उपलब्ध होंगे, वहीं स्थानीय कारीगरों का रोजगार भी मजबूत होगा। और कॉविड के कारण रोज़गार बहुत प्रभावित हुआ है उस स्थिति में भी काफी सुधार होगा।
मुख्यमंत्री ने राज्य हस्तशिल्प निगम के व्यावसायिक मॉडल को बनाने वालों कारीगरों की सराहना की। साथ ही साथ ई-मार्केट का मंच प्रदान करने वाले कारीगरों की भी सराहना की। उन्होंने 7 अगस्त 2021 को मनाए जाने वाले सातवें हथकरघा दिवस के अवसर पीआर राज्य के कारीगरों/ हथकरघा संचालकों को बधाई दी। उद्योग मंत्री विक्रम सिंह ठाकुर ने निगम को और मजबूत बनाने में भी अपना काफी योगदान दिया। जिसका मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने उद्योग मंत्री विक्रम सिंह का भी आभार व्यक्त किया। निगम की प्रबंधक निदेशक कुमुद सिंह ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया और निगम में होने वाली विभिन्न गतिविधियों के बारे में बताया।
निगम के उपाध्यक्ष संजीव कटवाल, अतिरिक्त मुख्य सचिव उद्योग आर.डी. धीमान, निदेशक उद्योग राकेश प्रजापति, फ्लिपकार्ट के प्रतिनिधि और अन्य वरिष्ठ अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित थे।