पीसीसी चीफ एवं मंडी संसदीय क्षेत्र की मौजूदा लोक सभा सांसद प्रतिभा सिंह ने चुनावी समर में कूदने से इनकार कर दिया है। प्रतिभा सिंह के चुनाव लडऩे से इनकार के बाद राज परिवारों की परंपरागत सीट मंडी से कांग्रेस उम्मीदवार को लेकर भी संशय पैदा हो गया है। मंडी संसदीय सीट पर अब तक 2 उप चुनावों सहित हुए 20 चुनाव में 14 मर्तबा राजपरिवारों के उत्तराधिकारी ही चुनाव जीते हैं। संभवत: यही वजह है कि सूबे के इस सबसे बड़े संसदीय हलके को राज परिवारों की परंपरागत सीट माना जाता है।
प्रतिभा सिंह तीन मर्तबा मंडी से चुनाव जीत गई हैं। वह बुशैहर रियासत की रानी हैं। पहली मर्तबा प्रतिभा सिंह 2004 में यहां से सांसद चुनी गई । 2009 के चुनाव में कांग्रेस ने उनके स्थान पर स्व. पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को उम्मीदवार बनाया। वीरभद्र सिंह बुशैहर रियासत के राजा थे। चुनाव जीतने के बाद वीरभद्र सिंह केंद्र में डॉ मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार में मंत्री बने। इसके बाद मंडी में उप चुनाव हुआ। उप चुनाव में प्रतिभा सिंह विजयी हुई। इसके बाद प्रतिभा सिंह 2021 में मंडी के तत्कालीन सांसद राम स्वरूप शर्मा के आकस्मिक निधन के बाद हुए उप चुनाव में सांसद चुनी गई।
प्रतिभा सिंह बीते दो दिनों से दिल्ली में थी। दिल्ली में कांग्रेस की अहम बैठकों में शामिल होने के बाद वह आज शिमला लौटी। शिमला में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि वह लोक सभा चुनाव नहीं लड़ेंगी। इस बारे उन्होंने हाई कमान को भी बता दिया है। प्रतिभा सिंह ने कहा कि सांसद निधि से किए गए काम के बूते चुनाव नहीं जीता जा सकता। उन्होंने कहा कि वह पीसीसी चीफ हैं। लिहाजा लोक सभा चुनाव में मुख्यमंत्री के साथ समूचे प्रदेश में कांग्रेस उम्मीदवारों के लिए प्रचार करेंगी। एक सवाल के जवाब में प्रतिभा सिंह ने कहा कि चुनाव जीतने के लिए कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाना होगा। राजनीति मे ंचुनौतियां तो सामने आती ही हैं। वह विधान सभा उप चुनाव में भी पार्टी उम्मीदवारों के लिए प्रचार करेंगी।
मंडी संसदीय क्षेत्र में दो उप चुनाव समेत 20 चुनाव हो चुके हैं। इन चुनावों में 1952 में पहली मर्तबा कपूरथला की राजकुमारी अमृत कौर चुनाव जीती थी। इसके बाद दो मर्तबा सेन राजवंश के जोगेंद्र सेन व एक बार ललित सेन चुनाव जीते। 1971,1980 व 2009 में मंडी से वीरभद्र सिंह सांसद चुने गए। कुल्लू राजपरिवार के महेश्वर सिंह भाजपा के टिकट पर 1989,1998 व 1999 में मंडी से सांसद चुने गए। 2004 ,2013 व 2021 के उप चुनाव में प्रतिभा सिंह मंडी से सांसद चुनी गई।
1977 में स्व. गंगा सिंह ठाकुर पहली मर्तबा गैर राज परिवार के सदस्य के तौर पर मंडी से सांसद चुने गए। वह जनता पार्टी के उम्मीदवार थे। उन्होंने स्व. वीरभद्र सिंह को पराजित किया था। सनद रहे कि चुनाव में पराजित होने के बावजूद वीरभद्र सिंह व गंगा सिंह ठाकुर के मध्य मधुर संबंध थे। इसके अलावा 1984, 1991 व 1996 में स्व. पंडित सुखराम यहां से सांसद निर्वाचित थे। 2014 व 2019 में स्व. राम स्वरूप शर्मा मंडी से गैर राज परिवार के उम्मीदवार के तौर पर चुनाव जीते। हालांकि नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर व वरिष्ठ कांग्रेस नेता कौल सिंह ठाकुर ने भी लोक सभा चुनाव में मंडी से किस्मत आजमाई , मगर कामयाबी नहीं मिली।