मानसून सत्र के पहले दिन विपक्षी विधायक काली पट्टियां बांधकर विधानसभा पहुंचे। ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि भाजपा सरकार में आम आदमी की सुनवाई नहीं हुई। भाजपा सरकार के अब तक के कार्यकाल में जनता परेशान रही। किसी वर्ग की कोई सुनवाई नहीं हुई। जिसे देखते हुए विपक्ष के विधायक काली पट्टियां बांधकर शांति से विरोध प्रकट किया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हर्षवर्धन चौहान का कहना है कि सरकार विपक्ष का सामना करने से घबराती है। यही वजह है कि संवैधानिक प्रावधानों के तहत निर्धारित बैठकों का आयोजन नहीं किया जा रहा है। मौजूदा विधानसभा में मानसून सत्र अंतिम सत्र है, जिसमें केवल चार बैठकें आयोजित की जा रही है। इससे साफ होता है कि जयराम सरकार मुद्दों का सामना नहीं करना चाहती।
कांग्रेस विधायक अनिरुद्ध सिंह का कहना है कि सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है। इसलिए हम विरोध स्वरूप बाजुओं पर काली पट्टियां बांधकर विरोध दर्ज कर रहे हैं।कांग्रेसी विधायक राजेंद्र राणा का कहना है कि वर्तमान जयराम सरकार को भ्रष्टाचार के लिए याद किया जाएगा जिसका उदाहरण है पुलिस भर्ती घोटाला हुआ।