- पासिंग आऊट परेड में पिता तिलकराज शर्मा और पत्नी कविता शर्मा शामिल हुए
दादा की इच्छा को पूरा करते हुए स्वास्तिक शर्मा ने कुमाऊं रेजिमेंट से देश सेवा करने का निर्णय लिया है। देहरादून में पासिंग आऊट परेड में स्वास्तिक की माता कविता, पिता तिलकराज और छोटी बहन शामिल हुए। स्वास्तिक शर्मा ने अखिल भारतीय स्तर पर वायु सेना में तीसरा स्थान प्राप्त किया था। इसी तरह से सेना में पैंतीसवां रैंक प्राप्त किया था। अंतत: स्वास्तिक शर्मा के सामने चुनाव करने का निर्णय आया तो उसने इंफेंट्री में अग्रणी भूमिका चूनना पसंद किया।
स्वास्तिक की स्कूली शिक्षा बद्दी में और उच्चतर शिक्षा चंडीगढ़ में हुई। स्वास्तिक शर्मा विक्रम बतरा के बलिदान से प्रेरित हैं और बचपन में दादा ने बहुत प्रभावित किया। उनका कहना है कि दादा हमेशा कहा करते थे कि जीवन में आसमान जैसी बुलंदी प्राप्त करने का लक्ष्य रखना चाहिए। ये सबक मैं हमेशा याद रखना चाहूंगा कि किसी भी व्यक्ति को अपना अतीत कभी नहीं भूलना चाहिए, वही मुझे हमेशा प्ररेणा देता रहेगा। स्वास्तिक शर्मा के पिता उद्योग विभाग में अतिरिक्त निदेशक पद पर सेवारत हैं और माता स्कूल शिक्षिका हैं।