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मानसून सत्र में गर्माएंगे ओपीएस, बेरोजगारी, युवाओं में नशे की बढ़ती लत, महंगाई, पेयजल संकट, सड़कों की खस्ताहालत मुद्दे

– दर्शक दीर्घा में केवल 70 दर्शक बैठेंगे

– कुल 367 प्रश्न प्राप्त हुए, तारांकित 228 और अतारांकित 139 मिले

विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार का कहना है कि तेरहवीं विधानसभा के तहत 15 सत्र आयोजित हो रहा है। इस सत्र के दौरान महंगाई, बेरोजगारी, सड़कों की स्थिति, युवाओं में नशे की बढ़ती लत, ओपीएस, पेयजल संकट सहित आम आदमी से जुड़े प्रश्न पूछे गए हैं। मानसून सत्र शुरू होने से 2 दिन पहले पत्रकारों से बात करते हुए विपिन सिंह परमार ने कहा कि कोरोना संक्रमण के साथ-साथ मंकीपाक्स की दहशत है। ऐसे में सत्र में शामिल होने वाले प्रत्येक व्यक्ति की जिम्मेदारी है कि वह कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए मास्क पहनें और शारीरिक दूरी एहतियाती उपायों का पालन करें। उन्होंने कहा कि सत्र के दौरान आयोजित होने वाली चार बैठकों में सामान्य कामकाज हो सके। इसके लिए 9 अगस्त को सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है। जिसमें दोनों पक्षों के नेताओं से सदन के संचालन में सहयोग करने की अपील की जाएगी।

जिम्मेदारी मांग कर नहीं ली जा सकतीसरकार में मंत्री और विधानसभा में विधानसभा अध्यक्ष पद की जिम्मेदारियों के संबंध में पूछे गए एक सवाल के उत्तर में विपिन सिंह परमार ने कहा कि मैंने कभी जिम्मेदारी मांग कर नहीं ली है। मुझे संगठन की ओर से जो दायित्व दिया गया उसको निष्ठापूर्वक निभाया है। अध्यक्ष पद पर रहते हुए मैंने बहुत कुछ सीखा है, इससे पूर्व सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रहते हुए हिम केयर योजना को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में लागू किया गया। उस समय मैं स्वास्थ्य मंत्री था तो उसमें भागीदारी करने का अवसर मिला। इसके अलावा गंभीर बीमारियों से ग्रसित लोगों के लिए सहारा योजना के तहत मासिक ₹3 हजार का प्रावधान किया गया।टिकट तो आलाकमान तय करेगा

एक सवाल के जवाब में विपिन सिंह परमार ने कहा कि कोई लिखवाकर नहीं लाया है कि आजीवन चुनाव लड़ेगा। विधानसभा चुनाव के लिए टिकट भाजपा आलाकमान तय करेगा, टिकट किसे देना है। पूर्व मंत्री रविंद्र सिंह रवि द्वारा सुलह विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने की इच्छा को लेकर परमार से प्रश्न किया गया था। उन्होंने ये भी कहा कि कुछ लोगों का काम कुर्सी हथियाने का है, मेरा हमेशा जिम्मेदारी निभाना रहा है। बचपन से लेकर आज तक जो दायित्व दिया गया उस जिम्मेदारी को निभाने का हरसंभव प्रयास किया गया।

मुझे बाहर मत कर देनाअभी प्रेस वार्ता शुरू भी नहीं हुई थी कि विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने मजाक में कहा कि मुझे बाहर मत कर देना। क्योंकि इलेक्ट्रानिक मीडिया कर्मियों की ओर से परमार से कुछ इधर-उधर होने को कहा गया था यानि कैमरा फ्रेम बन सके। इसपर उन्होंने ऐसा कहा था कि मुझे बाहर मत कर देना। चार दिन के सत्र में क्या कुछ

चार दिन के मानसून सत्र के दौरान कुल 367 प्रश्न पहुंचे हैं। जिनमें से तारांकित प्रश्नों की संख्या 228 है ओर 167 आन लाइन मिले और 61 प्रश्न आफ लाइन। अतारांकित प्रश्नों में कुल 139 में से 85 प्रश्न आनलाइन मिले। नियम 62 के तहत 2 प्रस्ताव आए, नियम 130 में 3, नियम 101 में 1 प्रस्ताव आया है। कोरोना संक्रमण के साथ मंकीपाक्स की दहशत को देखते हुए विधानसभा की दर्शक दीर्घा में सुबह और दोपहर बाद 70-70 लोग बैठेंगे।

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