– बीमा सखी को प्रचारित करने की जिम्मेदारी विकास अधिकारियों के साथ अन्य अधिकारी निभाएंगे
– पानीपत में दो दिन पहले लांच हुई भारतीय जीवन बीमा योजना के तहत 120 महिलाओं का पंजीकरण हुआ
भारतीय जीवन बीमा निगम के वरिष्ठ मंडलीय प्रबंधक निधे गुप्ता का कहना है कि इस वित्त वर्ष के अंत तक हिमाचल प्रदेश की सभी पंचायतों में एक बीमा सखी लगा दी जाएगी। इसके लिए प्रदेश के सभी जिलों में स्थित कार्यालयों में नियुक्त विकास अधिकारियों सहित अन्य वर्ग के अधिकारियों को इस योजना को पंचायत स्तर तक लेकर जाने की जिम्मेदारी वहन करनी होगी। दो दिन पहले पानीपत में आयोजित भारतीय जीवन बीमा निगम की बीमा सखी योजना के शुभारंभ कार्यक्रम के बाद राज्य में इस योजना के विस्तार के लिए बीमा निगम ने प्रारूप को सभी जिलों में भेजने का कार्य कर लिया है।
उनका कहना है कि हमारा प्रयास रहेगा कि बीमा सखी योजना की पात्रता को पूरा करने वाली महिलाओं को प्रशिक्षण प्रदान करके हर पंचायत में नियुक्त किया जाएगा। 3615 पंचायतों में बीमा सखी की नियुक्ति होने से ग्रामीण क्षेत्रों में खास तौर पर महिलाएं बीमा के लिए प्रेरित होंगी। सबसे पहले बीमा सखी बनने के लिए महिलाओं को परीक्षा पास करनी होगी। उसके बाद पंजीकरण प्रक्रिया होगी और फिर कोड प्रदान किया जाएगा। पहले साल बीमा सखी को एक वर्ष में 24 बीमा करने का लक्ष्य प्राप्त करना होगा और उसके तहत 48 हजार रुपये की कमीशन जुटानी होगी। ऐसी महिलाओं को पहले वर्ष हर महीने 7 हजार रुपये, दूसरे वर्ष 6 हजार रुपये और तीसरे वर्ष 5 हजार रुपये प्रोत्साहन मानदेय प्राप्त होगा। उसके बाद बीमा सखी महिलाएं बीमा बाजार की प्रतिस्पर्धा की सक्षम हो जाएंगी।
120 महिलाओं का पंजीकरण
योजना शुरू होने के दूसरे दिन 120 महिलाओं का बीमा सखी योजना के लिए पंजीकरण हो चुका है। पंजीकरण की प्रक्रिया लगातार चलती रहेगी। इसकी शर्त ये है कि महिला 10वीं पास होनी चाहिए। आरंभिक परीक्षा के बाद महिला को प्रशिक्षण दिया जाएगा और उसके बाद बीमा करने के लिए कोड आबंटित होगा। असीमित संख्या में प्रदेश की महिलाएं बीमा सखी योजना की पात्रता शर्ताें को पूरा करके आर्थिक तौर पर संपन्न हो सकती हैं।