हिमाचल प्रदेश को आज से पहली सितंबर से आपदा ग्रस्त राज्य घोषित कर कर दिया गया है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सोमवार को विधानसभा में समूचे राज्य को आपदा ग्रस्त राज्य घोषित करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में मानसून की वर्षा जारी रहने तक हिमाचल आपदा ग्रस्त राज्य घोषित रहेगा और इसके बाद ही इससे संबंधित अधिसूचना को वापस लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश को आपदा ग्रस्त राज्य घोषित करने से संबंधित आदेश सभी उपायुक्तों को दे दिए गए हैं और आपदा प्रबंधन कानून की धारा 34 के तहत कार्रवाई करने को कहा गया है। आपदा ग्रस्त राज्य घोषित करने का निर्णय लिया गया है और इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी गई है। प्रदेश में बार-बार आई आपदा से सड़कों, पुलों, बिजली, पेयजल आपूर्ति योजनाओं को सबसे अधिक नुकसान हुआ है।
सत्र के दौरान प्रश्नकाल के दौरान व्यवधान के कारण पौने घंटे तक स्थगित रहने के बाद विधानसभा में मुख्यमंत्री सुक्खू ने एक विशेष वक्तव्य में कहा कि चंबा जिले की प्रसिद्ध मणिमहेश यात्रा में अब तक विभिन्न कारणों से 16 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है। इनमें से चार श्रद्धालुओं के शव अभी भरमौर के कुगती में फंसे हैं, क्योंकि लगातार हो रही वर्षा के कारण इन्हें निकालना संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि चंबा जिला प्रशासन ने इन शवों को निकालने के लिए 20 मजदूरों की व्यवस्था की है और जल्द ही ये शव निकाल दिए जाएंगे। भरमौर से सुरक्षित निकाले गए तीर्थ यात्रियों के आंकड़ों में कोई विरोधाभास नहीं है, क्योंकि उप
-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने भी सदन को बताया था कि 3257 तीर्थ यात्रियों को मणिमहेश से भरमौर लाया गया था। उन्होंने कहा कि मणिमहेश में फंसे 15 हजार तीर्थ यात्रियों में से 10 हजार को सुरक्षित निकाल लिया गया है और हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसों के माध्यम से बिना किसी शुल्क के नूरपुर तक छोड़ा गया है।
मुख्यमंत्री सुक्खू ने शांता कुमार का आभार जताया, 20 हजार करोड़ का पैकेज दिया जाए
मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि उन्हें 27 अगस्त को पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार का एक पत्र मिला था, जिसमें मानसून के कारण आई आपदा पर चिंता व्यक्त की गई थी। उन्होंने कहा कि वह आभारी हैं कि शांता कुमार ने प्रधानमंत्री और केंद्र को पत्र लिखकर हिमाचल प्रदेश में स्थिति से निपटने के लिए केंद्र में वर्षों से लावारिस पड़े दो लाख करोड़ रुपए में से 20 हजार करोड़ रुपये का विशेष वित्तीय पैकेज देने का अनुरोध किया है। प्रदेश में अब तक की सबसे भीषण तबाही हुई है और वह आभारी हैं कि भाजपा नेता शांता कुमार ने प्रधानमंत्री, केंद्रीय मंत्रियों और विधायकों को पत्र लिखकर हिमाचल प्रदेश में मानसून आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने और पहाड़ी राज्य को वित्तीय सहायता प्रदान करने का अनुरोध किया है।