राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने आज राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग, नई दिल्ली, अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम और डॉ. यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी, सोलन में ‘स्वतंत्रता संग्राम में जनजातीय नायकों की भूमिका’ विषय पर आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता की।
इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि हमें आजादी का अमृत महोत्सव में अपने जनजातीय नायकों के योगदान को याद रखने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जनजातीय वीरों ने न केवल सत्याग्रह किया, बल्कि राष्ट्र के लिए अपने प्राणों की आहुति भी दी। राज्यपाल ने कहा कि जनजातीय नायकों ने देश की स्वतंत्रता के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। उन्होंने कहा कि असंख्य जनजातीय नायकों का चरित्र हमारे लिए आदर्श है और उन्हें सदैव याद रखने की जरूरत है।