आर्थिक संकट का सामना कर रही सरकार मेडिकल डिवाइस पार्क को बजट उपलब्ध करवाने की स्थिति में नहीं है। ऐसे में सरकार ने पार्क में आधुनिकतम सुविधाओं वाली चार प्रयोगशालाएं खोलने के लिए ऋण लेने का निर्णय लिया है। उद्योग विभाग की ओर से एक प्रस्ताव सरकार को स्वीकृति के लिए भेजा गया था, जिसपर सरकार ने ऋण लेने की प्रक्रिया शुरू करने के लिए प्रस्ताव भारत चुनाव आयोग को भेजा है ताकि आदर्श आचार संहिता की समयावधि के दौरान मेडिकल डिवाइस पार्क में निर्माण व विस्तार करने की प्रक्रिया प्रभावित न हो। साेलन जिला के तहत आने वाले नालागढ़ क्षेत्र में 350 कराेड रूपये की लागत से निर्माणाधीन मेडिकल डिवाइस पार्क को निर्धारित अवधि के दौरान विकसित किया जा सके। ऋण धनराशि से पार्क को विकसित करने पर खर्च किया जाएगा। प्रधान सचिव उद्याेग आरडी नजीम ने कहा कि मेडिकल डिवाइस पार्क के निर्माण के लिए 50 कराेड़ का ऋण लिया जा रहा है।
केंद्र से 100 करोड़ मिलेंगे, सरकार को 250 करोड़ खर्च करने होंगे
देश के विभिन्न राज्यों में चार मेडिकल डिवाइस पार्क स्थापित हो रहे हैं, जिनमें से हिमाचल प्रदेश को प्राप्त हुआ मेडिकल डिवाइस पार्क एक है। केंद्र सरकार की ओर से 100 करोड़ की ग्रांट प्रदान की जाएगी। ये ग्रांट धनराशि प्रदेश सरकार की ओर से पर्याप्त धनराशि खर्च करने के बाद ही उपलब्ध होगी। अभी तक केंद्र सरकार की ओर से 30 करोड़ की हिस्सेदारी राज्य उद्योग विभाग को प्राप्त हो चुकी है। ऐसा माना जात है कि मेडिकल डिवाइस पार्क में 5 हजार करोड़ का निवेश आएगा और हिमाचल के 10 हजार लोगों को रोजगार प्राप्त होगा।
20 हजार करोड़ टर्नओवर होगा
2024 यानि मेडिकल डिवाइस पार्क स्थापित करने की समयाविध निर्धारित है, पार्क में चिकित्सा उपकरणों का उत्पादन शुरू होने से वार्षिक 20 हजार करोड़ का टर्नओवर संभावित है। भाजपा शासनकाल के दौरान पार्क में चिकित्सा उपकरणों का निर्माण करने के लिए निवेश करने में 15 कंपनियों ने 810 करोड़ के समझौतों पर हस्ताक्षर किए थे।
ये चिकित्सा उपकरण बनेंगे
फार्मा उद्योग के तौर पर पहचान रखने वाले बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ क्षेत्र में स्थापित होने वाले मेडिकल डिवाइस पार्क में डिस्पोजेबल सीरिंज, कार्डियक स्टेंट, मेडिकल कैथेटर, एक्स-रे, ईईजी, ईएमजी, स्पाइरोमीटर, आईवीडी उत्पाद, आर्थोपैडिक इंप्लांट्स, रक्त बैंक उपकरण, आक्सीजन कंसंट्रेटर, बीपी मानीटर, इलेक्ट्रानिक थर्मामीटर, आडियोलाजी उत्पाद, आईसीयू वेंटिलेटर, एनेस्थीसिया मशीन, बेस्टिबुलर उत्पाद, बायो सिग्नल रिकार्डर, डायग्नोस्टिक उपकरण, ओटी उत्पाद, आईसीयू बेड आदि मैडिकल डिवाइस का निर्माण होगा।