नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने शिमला में पत्रकार वार्ता में वर्तमान कांग्रेस सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा कि सुक्खू सरकार अपने 2 वर्ष का कार्यकाल लड़खड़ाते, गिरते हुए पूरा कर रही है। पूरा प्रदेश हैरान और परेशान है कि इस 2 साल के कार्यकाल में सुक्खू सरकार ने प्रदेश को 20 साल पीछे धकेल दिया है। देश के इतिहास की यह अब तक की सबसे निकम्मी सरकार है। सुक्खू सरकार के 2 वर्ष पूरे होने जा रहे हैं और सरकार के मंत्री एवं कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष को भी इसकी जानकारी नहीं है यह साफ दिखता है कि सरकार और संगठन में ताल मेल नहीं है।
सबसे हैरानी की बात है कि सरकार दो साल का जश्न मनाने की बात कर रही है, सवाल यह है कि इतनी नाकामी का जश्न भी कैसे मनाया जा सकता है। यह पहली ऐसी सरकार है, जिसे कांग्रेस के आलाकमान ने पहले साल ही नकार दिया था। सुक्खू सरकार के पहले साल के जश्न में कांग्रेस की सर्वेसर्वा प्रियंका गांधी शिमला में थी और जश्न में शामिल नहीं हुई थी। अच्छी बात यह है कि उन्होंने सरकार की नाकामी को जश्न के लायक नहीं समझा था।
कांग्रेस सरकार को 2 साल की उपलब्धियां गिनने की आवश्यकता है। उनकी उपलब्धियां कुछ इस प्रकार है। सरकार बहुमत में होने के बावजूद राज्यसभा सीट हारना, लोकसभा चुनाव में मुख्यमंत्री, मंत्री, सीपीएस का अपने हलके में हार जाना। उपचुनाव में भाजपा का 25 सीटों से 28 पर पहुंच जाना। अपनी गारंटियों से मुँह मोड़ लेना। सरकार बनने के बाद पहली कैबिनेट में 300 यूनिट बिजली मुफ्त ना देना और 125 यूनिट बिजली बंद कर देना, 18 से 60 साल की महिलाओं को ₹1500 ना देना, युवाओं को रोजगार न देना उल्टा डेढ़ लाख पदों को समाप्त कर देना, गोबर दूध और युवाओं के लिए स्टार्टअप फंड उपलब्ध न करना।
देश भर में जाकर हिमाचल में गारंटी पूरा करने का झूठ बोलना। जिससे कारण देश भर में कांग्रेस को नकार दिया जाना। चाहे वह पड़ोस का राज्य हरियाणा हो या महाराष्ट्र। मुख्यमंत्री तो बिना सोचे समझे फैसले लेते हैं और उनको वापस भी ले लेते हैं। पूरे देश में हिमाचल प्रदेश हंसी का पात्र बन गया है और आप अपनी कैबिनेट और मंत्रियों के माध्यम से केवल स्पष्टीकरण है देते फिर रहे हैं।