मुख्यमंत्री ने नूरपुर में प्रगतिशील हिमाचल: स्थापना के 75 वर्ष कार्यक्रम की अध्यक्षता कीl
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज कांगड़ा जिला के नूरपुर के बदूही मैदान में हिमाचल प्रदेश के गठन के 75वें वर्ष में प्रवेश के उपलक्ष्य में आयोजित प्रगतिशील हिमाचल: स्थापना के 75 वर्ष कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इस अवसर पर उन्होंने विशाल जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश की इन 75 वर्षों की यात्रा उपलब्धियों भरी रही है जिसका श्रेय राज्य के ईमानदार एवं परिश्रमी लोगों को जाता है। उन्होंने स्थानीय छात्रों की सुविधा के दृष्टिगत बरंडा में राजकीय स्नातक महाविद्यालय खोलने की भी घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुखद संयोग है कि राष्ट्र अपनी आज़ादी के 75 वर्ष पूर्ण होने पर आज़ादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। वहीं प्रदेश अपने गठन के 75वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस ऐतिहासिक अवसर को भव्य ढंग से आयोजित करने के दृष्टिगत देश के प्रत्येक घर में तिरंगा फहराने के लिए हर घर तिरंगा जैसा सराहनीय अभियान शुरू किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार भी हिमाचल के अस्तित्व में आने के 75 वर्षों के उपलक्ष्य में राज्यभर में 75 कार्यक्रम आयोजित कर रही है। इन आयोजनों का मुख्य उद्देश्य युवा पीढ़ी को राज्य की विकासात्मक, सांस्कृतिक और राजनीतिक यात्रा के बारे में शिक्षित करना है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य के गठन के समय प्रदेश में केवल चार जिले थे जबकि वर्तमान में 12 जिले हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 1948 में राज्य में प्रति व्यक्ति आय मात्र 240 रुपये थी जबकि आज यह बढ़कर 2,01,873 रुपये हो चुकी है और प्रदेश की साक्षरता दर 1948 में 4.8 प्रतिशत से बढ़कर अब 83 प्रतिशत से अधिक हो चुकी है। उन्होंने कहा कि 1948 वर्ष में राज्य में केवल 248 किलोमीटर सड़कें थी जबकि आज प्रदेश में लगभग 40 हजार किलोमीटर सड़कें हैं। उन्होंने कहा कि इसका श्रेय पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को जाता है जिन्होंने 60,000 करोड़ रुपये की प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना आरम्भ की। राज्य की लगभग 50 प्रतिशत सड़कें प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनाई गई हैं।