राजनीतिक रूप से अस्थिर हिमाचल के बीच केंद्र की योजनाओं ने राज्य को समृद्धि प्रदान की है Satlujtimes Staff 1 year ago – 30.22 लाख गरीब प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के दायरे में आने से भोजन की चिंता से मुक्त – 7.47 लाख किसानों के बैंक खातों में प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना के तहत 2732 करोड़ आ चुके हैं, हर साल प्रत्येक किसान को 6 हजार सालाना मिले – 150633 महिलाओं को प्रधानमंत्री उज्जवला योजना से चूल्हे के धुएं से छुटकारा मिला और 21.66 करोड़ का उपदान प्राप्त हुआ– 13.15 लाख लोगों ने आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत नि:श्शुल्क उपचार पाया – 1.21 लोगों ने आयुष्मान भारत हेल्थ एवं वेलनेस केंद्रों के 2416 आरोग्य मंदिरों में पहुंचकर उपचार प्राप्त किया– प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण पात्र गरीब परिवारों को 25471 आवास दिए गए – प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के तहत 12758 शहरी पात्र परिवारों को आवास 7.47 लाख किसानों को छह हजार सम्मान राशि यूं तो किसान अन्नदाता कहलाता है, लेकिन कुदरत के मुख मोड़ लेने की स्थिति में खेती का सहारा नहीं रहता था। किसानों का दर्द समझा गया और प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना के तहत 747067 पात्र किसान सालाना छह हजार रुपये की धनराशि प्राप्त करते हैं। इस किसानों को अब तक 2732 करोड़ का लाभ मिल चुका है। ये ऐसे किसान है जिनके पास बहुत कम भूमि है और केंद्र सरकार से मिलने वाली धनराशि भी सहारा देती है। अब धुएं से दम नहीं घुटता परिवार में सबको खाना बनाने के लिए पूरा दिन चूल्हे की आग में स्वयं भी जलने वाली महिलाओं के लिए प्रधानमंत्री उज्जवला योजना ने असमय मरने से बचाया है। नहीं तो ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं का सुबह उठते ही जंगल से लकड़ी लाने का काम रहता था, उसके बाद धुएं में खाना पकाते हुए कई तरह की बीमारियां जकड़ लेती थी। प्रदेश के सभी जिलों में आर्थिक सर्वेक्षण के आधार पर 150633 महिलाओं को घरेलू गैस चूल्हे और सिलेंडर की सुविधा ने जीवन के कष्ट दूर किए। बीमारी में कर्जदार होने से बच गए परिवार में किसी व्यक्ति के बीमार होने पर निश्चित तौर पर उस परिवार के मुखिया को गांव के साहूकार से जमीन के बदले में कर्ज मिलता था। अधिकांश तौर पर कर्ज नहीं चुकाए जाने की स्थिति में जमीन साहूकार के नाम करने की विवशता रहती थी। लेकिन आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत बने कार्ड ने प्रदेश के 1315807 लोगों को सहारा प्रदान किया। आयुष्मान कार्ड होने पर किसी भी मान्यता प्राप्त अस्पताल में पांच लाख रुपये तक का उपचार नि:श्शुल्क होता है। आरोग्य मंदिरों में उपचार केंद्र सरकार ने अस्पतालों के साथ-साथ उपचार के लिए लोगों को घर द्वार पर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए आरोग्य मंदिर स्थापित किए थे। 2416 आरोग्य मंदिरों के जरिये 10219694 लोगों का उपचार हो पाया। इस तरह की सुविधा प्रदेश में आयुष्मान भारत हेल्थ एवं वेलनेस केंद्रों के माध्यम से उपलब्ध हुई। ये व्यवस्था प्रदेश के दूर दराज क्षेत्रों के लिए संजीवनी बनी। गांव व शहरी गरीबों को अपना घर प्रदेश में आसमान के नीचे बसेरा रखने वाले लोगों की संख्या बहुत कम या न के बराबर है। प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण व शहरी आवास योजना के तहत क्रमश: 25471 आवास ग्रामीण व 12758 आवास शहरी क्षेत्रों में प्रदान किए गए। गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोग सपने में अपना घर होने की तो सोच सकते थे, लेकिन पिछले एक दशक के दौरान प्रदेश के अढ़तीस हजार परिवारों को रहने के लिए अपना आशियाना मिला है। {{#message}}{{{message}}}{{/message}}{{^message}}Your submission failed. The server responded with {{status_text}} (code {{status_code}}). Please contact the developer of this form processor to improve this message. Learn More{{/message}}{{#message}}{{{message}}}{{/message}}{{^message}}It appears your submission was successful. Even though the server responded OK, it is possible the submission was not processed. Please contact the developer of this form processor to improve this message. Learn More{{/message}}Submitting…