मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने कहा कि वाक आउट करके गए विपक्षी सदस्यों को खबरों में बने रहने के लिए विधानसभा से वाकआउट करना पड़ा है। सत्ता में रहते हुए जयराम सरकार ने बिना बजट प्रविधान और कर्मचारियों की तैनाती किए गिना 920 संस्थान खोल दिए। सरकार ने विधायक क्षेत्र विकास निधि बंद नही की है बल्कि अस्थायी तौर पर रोकी है।
वह इसलिए रोकी है कि पिछली सरकार ने छठे वेतन आयोग की सिफारिशें बिना बजट प्रविधान के लागू की थी। कर्मचारियों की करोड़ों रूपये की देनदारियां भाजपा सरकार छोड़ कर गई है। सबको मिलाकर 86 हजार करोड़ का ऋण हो जायेगा।
प्रदेश को उन्नति पर ले जाने व दिशा देने के लिए व्यवस्था परिवर्तन किया जा रहा है। सरकार हिमाचल को ऋण से बाहर निकालने के लिए काम कर रही है।