राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने आज चौधरी सरवण कुमार कृषि विश्वविद्यालय, पालमपुर में पोषण सुरक्षा के लिए मोटा अनाज विषय पर आयोजित सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए कहा कि जब विश्व अंतर्राष्ट्रीय खाद्य वर्ष मना रहा है, भारत इस अभियान का नेतृत्व कर रहा है। उन्होंने कहा कि कृषि विश्वविद्यालय इस अभियान को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान परिपेक्ष्य में मोटे अनाज की अधिक आवश्यकता है और हम इसे लगभग भूल चुके हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका नाम श्री अन्न रखा।
उन्होंने कहा कि भारत दुनिया में श्री अन्न का सबसे बड़ा उत्पादक है और यह वैश्विक उत्पादन का 20 प्रतिशत और एशिया के उत्पादन का 80 प्रतिशत हिस्सा है।