नशे की लत ने 300 युवाओं को तीव्र लीवर कैंसर रोगी बनाया हेपेटाइटिस बी और सी का समय पर इलाज ने करने से लीवर कैंसर
-हेपेटाइटिस का इलाज व उपचार पूरी से निशुल्क उपलब्ध
नशे की लत ने 300 युवाओं को हेपेटाइटिस सी की चपेट में लेने के बाद तीव्र लीवर कैंसर का रोगी बना दिया है। इन सबा उपचार आइजीएमसी के गेस्ट्रोएंटालजी विभाग में चल रहा है। ये खुलासा आइजीएमसी के गैस्ट्रोएंटरोलाजी विभाग के विभागाध्यक्ष डा. बृज शर्मा ने विश्व हेपेटाइटिस दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान किया। उन्होंने कहा कि हेपेटाइटिस बी और सी का समय पर उपचार न करवाने से ये लीवर कैंसर का कारण बनता है जो बाद में व्यक्ति को मौत की और धकेलता है। जबकि हेपेटाइटिस बी व सी का अस्पतालों में जांच व उपचार निशुल्क उपलब्ध है। वायरल नियंत्रण कार्यक्रम हेपेटाइटिस की दवा और जांच निशुल्क आइजीएमसी में उपलब्ध है। हेपेटाइटिस को नियंत्रित और ठीक दवा और टीकाकरण से किया जा सकता है। यदि हेपेटाइटिस विशेष रूप से हेपेटाइटिस बी और सी में अच्छी तरह से इलाज नहीं किया जाता है लीवर कैंसर का कारण बनेगा। युवाओं को नशे की लत से बचाने की जरूरत है। विश्व हेपेटाइटिस दिवस पर आइजीएमसी के गेस्ट्रोएंटोलाजी विभाग ने विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया। इस अवसर पर आइजीएमसी के प्रिंसीपल डा. सुरेंद्र सिंह मुख्यातिथि रहे। विद्यार्थियों ने हेपेटाइटिस पर नाटिका भी प्रस्तुत की। लीवर की चोट के चरणों को देखने के लिए विभाग में फाइब्रो स्कैन मशीन भी लगाई गई है। बाक्स
पोस्टर प्रतियोगिता में जाह्नवी प्रथम व श्रुति दूसरे स्थान पर हेपेटाइटिस विषय पर पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में जाह्नवी प्रथम जबकि श्रुति दूसरे स्थान पर रही। एमबीबीएस के छात्रों ने पोस्टर आदि के माध्यम से हेपेटाइटिस के बारे में जागरूकता और इलाज न होने पर इसकी खतरनाक जटिलताओं के बारे में जागरूक किया।